लोनी (करंट क्राइम)। आवास विकास की मंडोला विहार योजना के खिलाफ धरनारत दो किसान की तबियत शुक्रवार को बिगड़ गई है। किसानों का कहना है कि अर्धनग्न प्रदर्शन कर रहे एक किसान को लकवा मारने की संभावना है। किसानों का अर्धनग्न प्रदर्शन 31वें दिन भी जारी रहा।
हालत बिगड़ने पर किसान महेन्द्र पाल त्यागी को पहले लोनी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। इसके बाद उन्हें गाजियाबाद जिला अस्पताल लाया गया। यहां उनका उपचार चल रहा है।
शुक्रवार को किसान सत्याग्रह आंदोलन के संयोजक मास्टर महेंद्र सिंह व राम नरेश की आकस्मिक तबियत खराब हो गई। तबियत खराब होने की खबर से गांव में हलचल मच गई। किसान नेता अंसुल त्यागी ने बताया कि महेंद्र सिंह का रात से ही दाहिने हाथ व पैर सुन हो गया था। इसके बाद कहा जा रहा था कि धरना दे रहे किसानों को पक्षाघात की समस्या हो गई है। वहीं इस मामले में जिला चिकित्सा अस्पताल में भर्ती किसान की हालत फिलहाल स्थिर बताई जाती है। जिला अस्पताल में किसान के भर्ती होने पर प्रशासनिक अधिकारियों ने भी पूरी जानकारी दी और किसान के समुचित इलाज के आदेश दिए।
लकवा नहीं कन्धे में हुआ था दर्द: जिलाधिकारी
गाजियाबाद (करंट क्राइम)। मंडोला आंदोलनरत किसान को लकवा पड़ने की जानकारी पर जब डीएम रितु माहेश्वरी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि जिला अस्पताल प्रबंधन से जानकारी मिली है कि किसान को लकवा नहीं बल्कि कंधे में दर्द की समस्या हुई है।